Jun 16, 2023, 01:38 PM IST
अगर नहीं तो आज हम आपको इसके पीछे की खास वजह बताते हैं.
इसका सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है कि अगर खिड़की चौकोर आकार की है तो वह हवा के दबाव को झेल नहीं पाएगी.
इस तरह की डिजाइनिंग में चार कमजोर स्पॉट्स होते हैं. जिनपर अगर प्रेशर पड़ता है तो उड़ान के दौरान शीशे टूट सकते हैं.
ऐसे में खिड़कियों को गोल आकार या कोनों को घुमावदार बनाया जाता है.
जिससे प्रेशर कोनों में बंट जाता है और इनके टूटने की संभावना कम हो जाती है.
1953 और 1954 में चौकोर खिड़कियां होने की वजह से हवा में दबाव के कारण दो हवाई जहाज क्षतिग्रस्त हो गए थे. इस क्रैश का कारण फ्लाइट की खिड़कियां ही थी.