अगर आपने पुलिस की यूनिफॉर्म गौर से देखी होगी तो आपको कंधे पर रस्सी जरूर दिखाई दी होगी लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ऐसा होता क्यों है?
आज हम आपको बताएंगे कि पुलिस की वर्दी में आखिर रस्सी क्यों लगी होती है और इसका काम क्या होता है?
पुलिस की वर्दी में कंधे पर लगी रस्सी को लैनयार्ड कहते हैं और इसका इस्तेमाल इमरजेंसी में सीटी बजाने के लिए किया जाता है.
इस रस्सी के साथ एक सीटी भी बंधी होती है, जो पुलिस की वर्दी की बाईं वाली जेब में रखी होती है.
लैनयार्ड का रंग पुलिसकर्मी की रैंक और विभाग के हिसाब से अलग-अलग होता है. जैसे गैजेटेड ऑफ़िसरों के लिए डार्क ब्लू, ट्रैफ़िक पुलिस के लिए लाल और माउंटेड पुलिस के लिए गोल्डन.
लैनयार्ड का इस्तेमाल करने का मकसद इमरजेंसी में पुलिस को आसानी से कार्रवाई करने में मदद करना है. इसके इस्तेमाल से पुलिस को लॉ एंड ऑर्डर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है.
लैनयार्ड शब्द की उत्पत्ति फ़्रेंच भाषा के शब्द 'लैनियर' से हुई है, जिसका मतलब है पट्टा या स्ट्रैप. इसका इस्तेमाल 15वीं शताब्दी के अंत में फ़्रेंच सैनिकों और जहाज़ों पर काम करने वाले कर्मचारियों ने किया था.