Sep 16, 2024, 12:48 PM IST

इन 9 फिल्मों ने देश भर में खड़ा किया था विवाद

Jyoti Verma

करण जौहर द्वारा निर्देशित फिल्म माई नेम इज खान को विभिन्न समूहों के विरोध का सामना करना पड़ा, क्योंकि लोगों का कहना था कि इसमें इस्लाम को गलत ढंग से और एस्पर्जर सिंड्रोम वाले एक मुस्लिम व्यक्ति का गलत चित्रण किया है. 

राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित, फिल्म पीके ने धार्मिक प्रथाओं और रीति-रिवाजों के कारण विवाद खड़ा कर दिया, जिसके कारण विभिन्न धार्मिक समूहों ने विरोध प्रदर्शन किया था. 

राम गोपाल वर्मा द्वारा निर्देशित निशब्द फिल्म में एक बुजुर्ग व्यक्ति और एक युवा लड़की के बीच रोमांटिक रिश्ते को दिखाए जाने पर विरोध का सामना करना पड़ा था. 

कमल हासन द्वारा निर्देशित फिल्म विश्वरूपम को मुस्लिम समूहों के विरोध का सामना करना पड़ा, जिसके कारण कुछ राज्यों में इसपर कुछ वक्त के लिए बैन भी लगा था. 

संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित पद्मावत को राजपूत समूहों के विरोध का सामना करना पड़ा था,  जिनका मानना ​​था कि इसमें रानी पद्मावती के बारे में गलत तरीके से दिखाया गया है. 

 उमेश शुक्ला द्वारा निर्देशित ओह माय गॉड फिल्म पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा था, जिसके कारण इस पर फिल्म धार्मिक ग्रुप्स ने आपत्ति जताई थी और विरोध प्रदर्शन भी किया था. 

अभिषेक चौबे द्वारा निर्देशित उड़ता पंजाब फिल्म, पंजाब में नशीली दवाओं के दुरुपयोग से संबंधित दिखाया गया था. जिसके कारण इस फिल्म को राजनीतिक समूहों के विरोध का सामना करना पड़ा, जिनका कहना था कि इससे राज्य की बदनामी हो रही है. 

प्रकाश झा द्वारा निर्देशित आरक्षण, शिक्षा और रोजगार में जाति आधारित आरक्षण के बारे में इस फिल्म के कारण विभिन्न समूहों ने विरोध प्रदर्शन किया था, जिनका मानना था कि उन्होंने फिल्म में इसे गलत ढंग से दिखाया है. 

संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित गोलियों की रासलीला राम-लीला फिल्म को कुछ समूहों के विरोध का सामना करना पड़ा. उन्होंने फिल्म के टाइटल पर आपत्ति जताई थी.