राजनीति में घुसकर पछताए ये 10 एक्टर्स, कुछ जीतकर भी हारे
Utkarsha Srivastava
एक्टर गोविंदा ने भी 2004 में अपनी पॉलिटिकल पारी शुरू की थी लेकिन उन्हें भी बेहद कम समय में ही समझ आ गया है कि राजनीति उनके लिए नहीं है.
एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर भी पॉलिटिक्स में किस्मत आजमा चुकी हैं. हार का सामना करने के बाद उन्होंने भी राजनीति से किनारा कर लिया.
जावेद जाफरी ने राजनीति में किस्मत आजमाई थी लेकिन कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए.
साउथ सुपरस्टार रजनीकांत भी राजनीति में जोर-शोर से एंट्री ली थी. हालांकि, 2021 में पॉटिक्स छोड़-छाड़ कर फिल्मों में ही काम करने का फैसला किया था.
एक्टर संजय दत्त भी राजनीति में एंट्री ले चुके हैं लेकिन उन्होंने समाजवादी पार्टी के महासचिव के पद से खुद ही स्तीफा देकर राजनीति से दूर होने का फैसला किया था.
दिग्गज एक्ट्रेस रेखा भी राज्यसभा सांसद हैं रह चुकी हैं लेकिन उन्हें भी राजनीति रास नहीं आई और अब वो पॉलिटिक्स से दूर हो चुकी हैं.
बॉलीवुड सुपरस्टार रहे राजेश खन्ना ने 1991 में दिल्ली से चुनाव लड़ा था लेकर हार गए. अगले साल 1992 के उपचुनावों में जीतने के बावजूद भी राजेश खन्ना ने कुछ समय बाद पॉलिटिक्स से दूरी बना ली.
अमिताभ बच्चन ने राजनीति में एंट्री लेकर इलाहाबाद लोकसभा सीट से जीत भी दर्ज की थी लेकिन उन्हें एहसास हुआ कि राजनीति उनके बस की बात नहीं है और अमिताभ ने पॉलिटिक्स से हमेशा के लिए किनारा कर लिया.
अभिनेता धर्मेन्द्र, साल 2004 में भाजपा से टिकट लेकर बीकानेर से जीत कर लोकसभा में पहुंचे थे. हालांकि, उन्होंने भी कुछ वक्त बाद हमेशा के लिए पॉटिक्स छोड़ देने का फैसला किया.
अभिनेता सनी देओल भी सांसद रह चुके हैं. हालांकि, उन्होंने भी अब राजनीति से तौबा करके एक्टिंग पर फोकस करने का फैसला कर लिया है.