Jul 5, 2023, 08:28 AM IST

इन 10 मीठी चीजों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स है बेहद कम, शुगर के मरीज भी खा सकते हैं

Ritu Singh

| ग्लाइसेमिक इंडेक्स इस बात का माप है कि भोजन में कार्बोहाइड्रेट कितनी तेजी से रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाते हैं.

जीआई डायबिटीज वाले लोगों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्हें अपने रक्त शर्करा के स्तर को कंट्रोल में रखने के लिए लो जीआई वाली चीजें ही खानी चाहिए.

तो चलिए जानें कि लो जीआई वाली मीठी चीजों में क्या-क्या शामिल हो जिसे कम मात्रा में शुगर का मरीज भी खा सकता है.

काजू कतली डिफ़ॉल्ट रूप से शाकाहारी और ग्लूटेन-मुक्त है और इसमें चीनी की मात्रा भी बेहद कम होती है.

संदेश मिठाई पनीर से बनी होती है और इसमें चीनी का यूज बेहद कम होता है कई जगह इसमें खजूर को मिक्स किया जाता है जिससे ये नेचुरल मिठास लिए होती है.

छेने से बनी मिठाईयां भी लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली होती हैं, इसमें चीनी का कम यूज होता है.

लो शुगर से बना पेठा भी ग्लाइसेमिक इंडेक्स में लो होता है.

खूजर और अंजीर से बनी मिठाइयां शुगर में खाई जा सकती हैं क्योंकि इसमें चीनी का यूज नहीं होता है.

आईस्टॉक का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 30 कम है

सेवई दूध और सूखे मेवों से बनाई जाती है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 35 होता.

चना दाल बर्फी भी लो जीआई वाली मिठाई है.

लौकी या परवल और दूध से बनी बर्फी भी लो जीआई वाली होता है.