खाने के साथ अचार का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है. यह दूसरी बात है कि लोगों की पसंद अलग अलग तरह का अचार हो सकता है.
वहीं एक्सपर्ट्स की मानें तो ज्यादा अचार खाने की आदत आपके दिल की बैंड बजा सकता है.
अचार बनाने के दौरान फलों और सब्जियों को काटकर सूखाया जाता है. उस पर नमक रगड़कर कई दिनों तक धूप में छोड़ देते हैं. इससे अचार के सभी पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं. ऐसे में अचार का न सेवन करना ही फायदेमंद होता है.
अचार में नमक के साथ ही दूसरे कई सारे मसाले शामिल किए जाते हैं. इसकी वजह से ही इसमें सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है. सोडिम की अधिक मात्रा ब्लड प्रेशर को स्पाइक करती है. अचार के बहुत ज्यादा सेवन से क्रोनिकल बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. यह बीपी को हाई करने लगती है.
अचार का ज्यादा सेवन सोडियम बढ़ाता है. इसकी वजह से नसों के रास्ते शरीर में होने वाली ब्लड सप्लाई की स्पीड हाई हो जाती है. अचार में मौजूद पोटैशियम खून में मिलकर नसों पर दबाव बढ़ाता है. इसे हाई ब्लड प्रेशर के साथ ही नसों पर बड़ा दबाव पड़ता है.
इतना ही नसों के फटने का भी खतरा रहता है.
आम के अचार में 569 मिलीग्राम सोडियम होता है. हमारे शरीर को सिर्फ 2300 मिलीग्राम सोडियम की जरूरत पड़ती है. ऐसे में अचार के ज्यादा सेवन से सोडियम बढ़ जाता है. इससे वाटर रिटेंशन, हाई ब्लड प्रेशर, पेट में सूजन और किडनी पर फिल्टर करने का बोझ बढ़ जाता है. यह स्थिति ही किडनी की पावर को कम करने के साथ ही इसकी स्थिति को प्रभावित करती है.
अचार के जरिए शरीर तक पहुंचने वाला तेल गंदे वसा के रूप में नसों में जम जाता है. यह नसों में एकत्र होकर बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है. साथ ही गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को प्रभावित करता है.