Dec 8, 2023, 09:56 AM IST
सर्दियों का मौसम आते ही पालक से लेकर बथुआ का साग खूब चाव से खाया जाता है. कुछ लोग बथुओं के पराठे से लेकर साग और चटनी दबाकर खाते हैं.
पोषक तत्वों से भरपूर बथुआ की तासीर ठंडी होती है. वहीं ज्यादातर लोग इसे गर्म समझकर खाते हैं. यही वजह है कि इसका ज्यादा सेवन नुकसान पहुंचा सकता है.
एक्सपर्ट्स की मानें तो यूरिक एसिड के मरीजों को बथुआ का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए. यह इसके लेवल को बढ़ा सकता है. जिसकी वजह से बॉडी के जोड़ों में दर्द और सूजन बढ़ सकती है.
बथुआ किडनी की फिल्टर पावर को लो कर देता है. यह किडनी में पथरी का खतरा बढ़ा देता है. ऐसे में पहले से पथरी की समस्या से ग्रस्त लोग बथुआ का ज्यादा सेवन न करें.
जिन लोगों का पाचन तंत्र कमजोर होता है. उन्हें बथुआ का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए. यह गैस से लेकर एसिडिटी बढ़ा सकता है.
स्किन एलर्जी से परेशान हैं तो बथुआ का साग या चटनी का सेवन न ही करें तो बेहतर है. यह एलर्जी को बढ़ा सकता है.
डायरिया से परेशान मरीजों को बथुआ भूलकर भी नहीं खाना चाहिए. इसमें ऑक्सिजेलिक एसिड होते हैं, जो डायरिया का खतरा बढ़ा देता है.