Jul 9, 2024, 01:33 PM IST

ज्यादा ऑक्सीजन के लिए शरीर करता है यह हरकत

Anurag Anveshi

एक आम धारणा यह है कि जब आदमी ऊबने लगता है, बोर होने लगता है तो उसे उबासी आती है.

मेडिकल साइंस के मुताबिक, सामान्य तौर पर एक इन्सान दिन भर में 5 से 18 बार उबासी लेता है.

शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने पर वह उबासी लेकर ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन खींचता है.

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल कहता है कि एथलिट और संज्ञीतज्ञ अपने काम पर ध्यान देने के दौरान उबासी लेते हैं.

उबासी से धड़कनें बढ़ती हैं, मांसपेशियों और जोड़ों में खिंचाव आता है और जागरूकता का स्तर बढ़ जाता है.

इवोल्यूशनरी साइकलॉजी के शोधकर्ता एन्ड्रयू सी गैलप का एक लेख पेन स्टेट यूनिवर्सिटी में प्रकाशित हुआ था.

उस लेख में गैलप ने बताया कि उबासी एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे दिमाग को ठंडा रहने में मदद मिलती है.

इन्सान सांस के रूप में ठंडी हवा अंदर खींचता है. जब यह ठंडी हवा खून से मिलती है तो खून ठंडा होता है.

गैलप के मुताबिक, उबने पर, सोने के ठीक पहले या जागने के फौरन बाद इन्सान को ज्यादा उबासी आती है.

गैलप बताते हैं कि इससे दिमाग और शरीर को एक अवस्था से दूसरी अवस्था में जाने में मदद मिलती है.