Jan 4, 2024, 12:03 PM IST

जंगली दिखने वाले इस पौधे में छुपा है मर्दानगी का राज

Anurag Anveshi

भारत के जंगलों में जड़ी-बूटियों का खजाना है. आयुर्वेद से किया जानेवाला इलाज इन्हीं जड़ी-बूटियों पर टिका है.

आयुर्वेद का आधार

आंवला-तुलसी-गिलोय ऐसे ही औषधीय पौधे हैं. आयुर्वेद में जिनका उपयोग कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है.

औषधीय पौधे

मकोय भी एक ऐसा ही उपयोगी पौधा है. छायादार जगहों पर पाए जाने वाले इस पौधे को आयुर्वेद में काकमाची कहते हैं.

काकमाची यानी मकोय

इस पौधे की लंबाई 1 से 1.5 फीट तक होती है. इस पर जामुनी और लाल रंग के टमाटर जैसे छोटे-छोटे फल लगते हैं.

टमाटर जैसे फल

मकोय को ज्यादातर लोग खरपतवार समझते हैं. जबकि साधारण दिखने वाला यह पौधा कई रोगों का इलाज होता है.

कई रोगों का इलाज

आयुर्वैदिक चिकित्सा शास्त्र के मुताबिक यह त्रिदोष नाशक है. इससे वात, पित्त और कफ का इलाज किया जाता है.

त्रिदोष नाशक

यह औषधि मर्दानगी बढ़ाती है. इससे जवानी बनी रहती है. इसकी जड़ों से बनाया काढ़ा शरीर के विष नष्ट करता है.

मर्दानगी की दवा

मकोय से कुष्ठ, बुखार, सांस, किडनी, सूजन, बवासीर, पीलिया, दस्त और कई स्किन डिजीज का इलाज किया जाता है.

इतना उपयोगी

मकोय के बारे में ये बातें सिर्फ जानकारी बढ़ाने के लिए हैं. इन पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.

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