Sep 13, 2024, 01:28 AM IST

इन 10 फूड को खाने पर भारत में है बैन

Kuldeep Panwar

कहा जाता है कि हम अपनी पसंद का खाना खा सकते हैं, लेकिन असल में ऐसा नहीं है. कुछ चीजों को खाने पर बैन भी होता है.

भारत में भी खाने की 10 चीजें ऐसी हैं, जिन्हें खाने पर फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने बैन लगा रखा है.

इन चीजों का इस्तेमाल किसी भी तरीके से खाने में नहीं किया जा सकता है. चलिए हम आपको इन 10 आयटम के बारे में बताते हैं.

सैसफ्रास तेल सुगंधित होता है. चीन में इसे इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इससे पेशाब से जुड़ी बीमारी, सिफलिस, ब्रोंकाइटिस आदि हो सकता है.

चाइनीज मिल्क और उससे बने प्रॉडक्ट्स बैन हुए हैं. दरअसल चीनी दूध में मेलामाइन मिलाया जाता है, जो जानलेवा केमिकल है.

फलों को पकाने वाले केमिकल्स जैसे कैल्शियम कार्बाइड, एथिलीन, एथेफॉन आदि. इनसे पकाए गए फल 'स्लो पॉयजन' होते हैं.

चाइनीज लहसुन पर भी भारत में बैन है. इस लहसुन में बहुत ज्यादा पेस्टिसाइड होता है, जो आपको कैंसर जैसी बीमारी दे सकता है.

एनर्जी ड्रिंक पीने का चलन बढ़ा है, लेकिन इन पर FSSAI बैन लगा चुका है. इनका इस्तेमाल कैंसर-डायबिटीज का कारण बनता है. 

जेनेटिकली मोडिफाइड यानी GM फूड्स पर भी भारत में बैन है. GM फूड के लंबे समय तक इस्तेमाल से गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम हो सकती है. 

खरगोश के मांस पर भी भारत में बैन है. भारत में खरगोश को हिंदू समुदाय पवित्र जानवर मानता है. इस कारण यह बैन लगा है.

भारत में फॉई ग्रास पर भी 2014 से बैन है. बत्तखों को जबरन खिलाकर उनका जिगर बड़ा करने के क्रूर तरीके से यह तैयार होती है. 

आटे या ब्रेड में लोच के लिए इस्तेमाल होने वाले पोटेशियम ब्रोमेट पर भी FSSAI थायरॉयड कैंसर के खतरे के कारण 2016 में बैन लगा चुका है. 

ब्रोमीन युक्त वनस्पति तेल का इस्तेमाल भी भारत में बैन किया जा चुका है. इससे न्यूरोलॉजिकल और थायरॉयड से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं.