Jan 27, 2024, 09:50 AM IST

ब्रेस्ट कैंसर को लेकर हैं ये 8 गलतफहमियां

Ritu Singh

अब सोशल मीडिया की दुनिया में ब्रेस्ट कैंसर को लेकर कई तरह की भ्रांतियां हैं. चलिए जानें क्या हैं ये गलतफहमियां.

स्तन कैंसर महिलाओं में अधिक होता है. यह समझना ज़रूरी है कि पुरुषों को भी स्तन कैंसर हो सकता है.

स्तन के आकार और कैंसर के खतरे के बीच कोई संबंध नहीं है. हालाँकि मोटापा और स्तन घनत्व कैंसर के खतरे को बढ़ाता है.

स्तन कैंसर का खतरा उम्र के साथ बढ़ता है, लेकिन यह कैंसर कम उम्र की महिलाओं सहित सभी उम्र की महिलाओं में होता है. युवा महिलाओं में स्तन कैंसर अधिक आक्रामक होता है.

स्तन कैंसर के पारिवारिक इतिहास वाले केवल दस प्रतिशत लोगों में ही स्तन कैंसर विकसित होता है. ब्रेस्ट कैंसर का फैमली हिस्ट्री से बहुत संबंध नहीं है.

सभी प्रकार के स्तन कैंसर दर्दनाक नहीं होते हैं. कई मामलों में दर्द नहीं होता. खासतौर पर कैंसर की शुरुआती स्टेज में ज्यादा दर्द नहीं होता. स्तन क्षेत्र में दर्द या असुविधा एक लक्षण हो सकता है.

ब्रा पहनने से स्तन कैंसर नहीं होता है. ब्रा विशेष रूप से वायर ब्रा, स्तन से लसीका द्रव के प्रवाह को अवरुद्ध कर सकती हैं और ऊतक विषाक्तता का कारण बन सकती हैं.

शुरुआती चरण में स्तन कैंसर का पता लगाने के लिए मैमोग्राम एक प्रभावी तरीका है.

अगर आपके स्तन में गांठ दिखे तो घबराएं नहीं. किसी विशेषज्ञ या डॉक्टर से जांच कराएं और उनकी सलाह लें. स्तन में पाई जाने वाली हर गांठ कैंसर से संबंधित नहीं होती है.