Mar 16, 2024, 09:29 AM IST

दिमाग को सुस्त बनाती हैं ये आदतें

Ritu Singh

बहुत से लोग ऐसे हैं जो अब बाहर निकलना पसंद नहीं करते. कुछ लोग अंधेरे कमरे में लेटकर या हेडफ़ोन पर तेज़ संगीत सुनकर समय बिताना पसंद करते हैं.

लेकिन कुछ रिसर्च से पता चला है कि आपके व्यवहार का दिमाग पर बुरा असर पड़ता है.

आज आपको कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताएंगे जो ब्रेन को सुस्त और कमजोर करती हैं और कई बार दिमागी नसों की ब्लॉकेज का कारण भी बनती हैं.

अमेरिका के न्यूरोलॉजी एंड वेलनेस सेंटर के मुताबिक हमारे दिमाग को सबसे ज्यादा नुकसान अपर्याप्त नींद से होता है.

नाश्ते से परहेज करना आपके दिमाग को सुस्त और कमजोर बनाता है.

अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पीते तो इससे भी दिमाग में ब्लड सप्लाई स्लो होती है और दिमाग सुस्त होता है.

तनाव में रहना नसों को सिकोड़ता है, क्योंकि मस्तिष्क की कोशिकाएं मरने लगती हैं और मस्तिष्क का अगला भाग सिकुड़ जाता है.

गूगल सर्च का अति प्रयोग. क्योंकि अब लोग दिमाग पर जोर नहीं डालते. दिमाग पर जोर डालना उसकी कसरत जैसा होता है,

लगातार हेडफोन का इस्तेमाल करने से सुनने की शक्ति भी कमजोर होती है और ब्लूटूथ रेज से दिमाग की नसें भी डैमेज होती हैं.

अकेले बहुत अधिक समय बिताना आपके मस्तिष्क के लिए उतना ही बुरा है जितना कि पर्याप्त नींद न लेना.

जो लोग हमेशा अंधेरे या कम रौशनी में रहते हैं उनके मस्तिष्क पर इसका बुरा असर होता है. दिमाग सुस्त और डिप्रेस जल्दी होता है.

अधिक खाने से मस्तिष्क की धमनियां भी अवरुद्ध हो जाती हैं और रक्त प्रवाह कम हो जाता है.

अत्यधिक स्क्रीन समय का मस्तिष्क के आकार और विकास पर बड़ा प्रभाव पड़ता है. प्रतिदिन सात घंटे से अधिक समय स्क्रीन के सामने बिताते हैं उनका सेरेब्रल कॉर्टेक्स पतला होता है.