इस वजह से मेघनाद से की थी लक्ष्मण की बेटी सुलोचना ने शादी
Sumit Tiwari
जब भी हम रामायण की चर्चा करते है तो इस महाकाव्य में एक किरदार सुलोचना का भी था. जिसको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
रामायण में कई योध्दाओं ने रणभूमि में वीरता का प्रदर्शन किया, लेकिन सुलोचना एक ऐसा किरदार था जिसने महल के अंदर संयम का युध्द लड़ा है.
सुलोचना रावण के पुत्र मेघनाद की पत्नी थी. सुलोचना के नाम की गिनती हिंदु धर्म की पतिव्रता और सती स्त्रियों में भी होती है.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कहा जता है कि सुलोचना का विवाह स्वर्ग के राजा इंद्र के साथ तय हुआ था.
लेकिन जब रावण के पुत्र ने इंद्र को हराकर स्वर्ग जीत लिया और वह इंद्रजीत कहलाने लगा तो सुलोचना के मन में इद्रजीत के लिए प्रेम उत्पन्न हो गया.
मान्यताओं के अनुसार सुलोचना लक्ष्मण जी की बेटी थी, और मेघनाद लक्ष्मण जी का दामाद था.
सुनयना नाम की सुलोचना की एक बहन थी. ये दोनों सगी बहनें थी. सुलोचना का ही एक और नाम प्रमीला भी है.
लक्ष्मण स्वयं शेषनाग के अवतार थे और सुलोचना शेष जी के नेत्रों के अश्रु से उत्पन्न कन्या थी. इसलिये एक तरह से सुलोचना लक्ष्मण की पुत्री हुई.
नागों के बीच पली सुलोचना का विवाह मेघनाद के साथ हुआ वहीं सुलोचना की बहन सुनयना का विवाह मिथिला की राजा जनक से हुआ था.
डिस्क्लेमर: पौराणिक पात्रों की यह कहानी धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके काल्पनिक चित्रण का DNA हिंदी हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.