Jul 30, 2024, 12:10 PM IST

वो 5 युद्ध जिन्होंने बदल दी भारत की तकदीर

Anamika Mishra

वैसे तो भारत भूमि पर प्राचीन काल से आज तक कई युद्ध लड़े गए थे. 

लेकिन कुछ युद्ध ऐसे भी थे जिन्होंने आने वाले समय पर अपनी गहरी छाप छोड़ी.

कलिंग का युद्ध,261 ईसा पूर्व, अशोक और कलिंग की सेना के बीच लड़ा गया था. 

युद्ध देखकर सम्राट अशोक का ह्रदय-परिवर्तन हुआ और उन्होंने बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिया. साथ ही उन्होंने भविष्य में युद्ध नहीं करने की प्रतिज्ञा भी ली. 

लेकिन इस प्रतिज्ञा और भारत के सबसे शक्तिशाली सम्राट के बौद्ध धर्म ग्रहण कर अहिंसा के पथ पर चले जाने का प्रभाव भारत के इतिहास पर हमेशा के लिए रह गया. 

मुहम्मद गौरी ने भारत पर आक्रमण कर दिल्ली के तराइन के मैदान में राजा पृथ्वीराज चौहान से युद्ध किया. युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की मौत हो गई. 

भारत के इतिहास पर इस युद्ध से ज्यादा राजनीतिक-सामाजिक प्रभाव किसी और युद्ध से नहीं पड़ा. भारत में इस्लामिक शासन की शुरुआत इसी युद्ध से मानी जाती है. 

पानीपत का युद्ध 1526 में बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच हुआ. अपनी 24 तोपों के दम पर बाबर ने लोदी की सेना को हरा दिया और इस लड़ाई में इब्राहिम लोदी की मौत हुई. 

इस प्रकार संसार के सबसे शक्तिशाली और लम्बे समय तक चलने वाले साम्राज्यों में से एक मुगल शासन की भारत में स्थापना हुई थी. 

प्लासी का युद्ध 1757 में लार्ड क्लाइव और नवाब सिराजुद्दौला क बीच हुआ प्लासी की लड़ाई में मीर जाफर ने सिराजुद्दौला से गद्दारी कर ब्रिटिश फौजों का साथ दिया. प्लासी की लड़ाई ने भारत में अंग्रेजों के पांव मजबूती से जमा दिए.

कोहिमा का युद्ध 1944 में इंग्लैंड और जापान के बीच हुआ, इस भयानक युद्ध में जापानियों की हार हुई और भारत का इतिहास नए सिरे से लिखते-लिखते रह गया.