Apr 20, 2024, 05:19 PM IST

इस हिंदू राजा को ऐसे लूटा कि खजाना ले जाने में लगे ढाई महीने

Aditya Prakash

अलाउद्दीन खिलजी ने दिल्ली की गद्दी संभालते ही मलिक काफूर को दक्षिण पर हमला करने भेज दिया.

काफूर ने 60 हजार की सेना के साथ दक्षिण के वैभवशाली काकतीय साम्राज्य पर धावा बोल दिया.

राजा प्रताप रूद्र इससे पहले खिलजी को पराजित कर चुके थे. इस बार भी वो मैदान में डटे हुए थे.

मलिक काफूर लगभग एक महीने तक वारंगल किले के आसपास भटकता रहा, वो कामयाब नहीं हो पा रहा था. 

कई दिनों के बाद मलिक काफूर किसी प्रकार से किले को तोड़ने में कामयाब रहा.

राजा प्रताप रूद्र ने भी निश्चय कर लिया कि वो अपने सैनिकों का बलिदान नहीं करेंगे और संधि के लिए तैयार हो गए.

राजा ने स्वर्ण प्रतिमाएं, 6000 सोने से लदे गधे, 300 सोने से लदे हाथी और 7000 सोने से लदे घोड़े मैत्री के रूप में देने का वादा किया.

कफूर ने प्रताप रूद्र की पगड़ी में लगा कोहिनूर भी ले लिया. साथ ही उसने 6000 बैलगाड़ी सोना भी अलग से लिया. सारा खजाना ले जाने में उसे 3 महिने लग गए.