Nov 8, 2023, 04:52 PM IST

LOC पर तहलका मचाएगी भारत की 'अमेरिकी चील'

Kuldeep Panwar

भारतीय सेना पाकिस्तान से सटी सीमा पर उस 'अमेरिकी चील' की तैनाती कर रही है, जिसकी बदौलत यूएस आर्मी का डंका इराक से लेकर अफगानिस्तान तक बजा है.

ये 'अमेरिकी चील' अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर हैं, जिनकी पहली स्क्वॉड्रन को भारत तैनात कर रहा है. इन्हें दुनिया में सबसे अच्छा लड़ाकू हेलीकॉप्टर माना जाता है.

साल 2019 में भारतीय वायुसेना का हिस्सा बना अपाचे हेलीकॉप्टर दिन हो या रात, दोनों में ही दुश्मन को ठिकाने लगाने में माहिर है. रडार की पकड़ में भी ये नहीं आता.

1890 हॉर्सपॉवर ताकत वाले दो टर्बोशाफ्ट इंजन और चार ब्लेड वाले 3148 किलोग्राम के इस हेलीकॉप्टर को अमेरिकी कंपनी बोइंग बनाती है. AH64E Apache हेलीकॉप्टर दुनिया का सबसे मल्टी एडवांस कॉम्बेट हेलीकॉप्टर है.

280 किमी/घंटा की रफ्तार से उड़ने वाला अपाचे हेलीकॉप्टर एक मिनट में 128 टारगेट्स को निशाना बनाकर नष्ट कर सकता है. इसमें छोटे बम ही नहीं भारी मिसाइल भी लगाई जा सकती हैं.

अपाचे हेलीकॉप्टर में 16 एंटी टैंक एजीएम-114 हेलफायर और हवा से हवा में फायर करने वाली 2 AIM-92 स्ट्रिंगर मिसाइल के अलावा 4 हाइड्रा-70 19 शॉट फोल्डिंग-फिन एरियल रॉकेट (FFAR) रॉकेट पॉड्स मिसाइल भी लगी होती हैं.

16 फीट ऊंचा और 18 फीट चौड़ा अपाचे हेलीकॉप्टर दो पायलट उड़ाते हैं. इसमें लगी 30mm मशीनगन में एक बार में 1,200 गोलियां लोड हो सकती हैं. 

एक बार उड़ान भरने पर अपाचे हेलीकॉप्टर लगातार 2.45 घंटे तक उड़ान भर सकता है. इसकी फ्लाइंग रेंज करीब 550 किलोमीटर है, जो किसी अन्य कॉम्बेट हेलीकॉप्टर के हिसाब से बहुत ज्यादा है.

अपाचे हेलीकॉप्‍टर में लगे लॉन्‍गबो रडार लगा हुआ है. इसकी मदद से यह जमीनी खतरे की जद में आए बिना सुरक्षित दूरी से भी टारगेट को निशाना साधकर नष्ट कर सकता है. 

साल 2020 में भारतीय वायुसेना को बोइंग ने 22 अपाचे हेलीकॉप्टर दिए थे. इसके बाद छह हेलीकॉप्टर और खरीदने का समझौता हुआ था, जिनकी डिलीवरी 2024 में होनी है.

अमेरिकी वायुसेना ने 1975 में अपाचे हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल शुरू किया था और यह आज तक उसका हिस्सा है. इसके अलावा 12 देशों की वायुसेना में यह मौजूद है.