Jul 14, 2024, 11:51 PM IST

कौन थी वो नाग कन्या, जो लेना चाहती थी अर्जुन की जान 

Sumit Tiwari

उलूपी और अर्जुन की पहली मुलाकात वनवास के दौरान हुई थी. 

उलूपी को अर्जुन से पहली नजर में ही प्रेम हो गया और उन्होंने अर्जुन से नागलोक चलने के लिए कहा

नागलोक में विवाह होने के बाद दोनों लगभग 1 बर्ष तक वहां रहें.

उलूपी ने अर्जुन को जल में अजेय रहने का वरदान भी दिया और कहा था कि सारे जलचर आपके अधीन रहेंगे. 

उलूपी और अर्जुन का एक वीर पुत्र भी था इरावान, जो सदा ही अपनी माता के पास रहा. 

अर्जुन ने जब भीष्म का वध कर दिया तो वसु उन्हें श्राप देना चाहते थे. 

तब उलूपी के पिता यानी अर्जुन के ससुर ने इस पाप से मुक्ति का रास्ता पूंछा

तो वसुओं ने बताया कि अगर अर्जुन का बेटा उसका वध कर दे तो वह इस पाप से मुक्त हो जाएंगे

इसलिए उलूपी ने अर्जुन की दूसरी पत्नी चित्रांगदा के बेटे से अर्जुन को मरवा दिया. 

और जब वह श्राप मुक्त हो गए तो उलूपी ने अपनी मणि से अर्जुन को वापस जीवित कर दिया.