Sep 24, 2023, 09:01 AM IST

कत्ले-आम मचाने वाला यह मुगल शासक गोश्त नहीं खाता था मूंग दाल की खिचड़ी 

DNA WEB DESK

मुगल शासकों के बारे में आम राय मानी जाती है कि वह गोश्त खाने के काफी शौकीन थे और रोज नॉनवेज खाते थे. 

मुगलों के खाने में तरह-तरह के गोश्त, कबाब और मांसाहारी व्यंजन होते थे लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्हें शाकाहारी खाना भी बहुत पसंद था. 

समावेशी और धर्म-निरपेक्ष मूल्यों के लिए चर्चित अकबर के दरबार में मंगलवार और गुरुवार को नॉनवेज नहीं बनता था और वह खुद इन दिनों मांस नहीं खाते थे. 

कहा जाता है कि अकबर के शासनकाल में राजस्थानी और मारवाड़ी व्यंजन काफी लोकप्रिय हुए थे. खुद अकबर पंचमल दाल के दीवाने थे.

औरंगजेब की छवि कट्टर शासक के तौर पर थी और उसने हिंदुओं पर जजिया कर भी लगाया था. हालांकि, औरंगजेब को खाने में गोश्त खास पसंद नहीं था. 

औरंगजेब गोश्त को सिर्फ ताकत के लिए खाने की चीज मानता था और निजी तौर पर उसे फलों का सलाद और पंचमेल दाल, काबुली चना पसंद था.  

बहादुर शाह जफर ने जिस व्यंजन को बादशाही पसंद का दर्जा दिया था उसका नाम जानकर हैरान रह जाएंगे. 

बहादुर शाह जफर अच्छे शिकारी थे और खास तौर पर हिरण का मांस पसंद करते थे लेकिन उन्होंने मूंग दाल की खिचड़ी को बादशाही पसंद का दर्जा दिया था.

मुगलों के खान-पान का असर भारतीय शाकाहारी खाने पर भी पड़ा और नवरतन कोरमा से लेकर आलू डालकर बिरयानी जैसी कई रेसिपी तैयार हुईं.