Jun 1, 2024, 11:34 PM IST

पिता की मौत का बदला लेने के लिए इन योद्धाओं ने लड़ा था महाभारत का युद्ध

Sumit Tiwari

महाभारत के युद्ध में दोनों पक्षों का जमकर नुकसान हुआ था. इस युद्ध में एक से बढ़कर एक बलशाली योद्धा थे. 

लेकिन क्या आप जानते है कि इस युद्ध कई योद्धा ऐसे भी थे जिनका युद्ध में भाग लेने के पीछे निजी स्वार्थ छुपा हुआ था. 

हम बात आश्वथामा और धृष्टद्युम्न की कर रहे है. इन दोनों वीरों ने अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए महाभारत का युद्ध लड़ा था. 

धृष्टद्युम्न पांचाल नरेश द्रुपद का पुत्र था, कहते है इसका जन्म द्रोणाचार्य का वध करने के लिए अग्निकुण्ड से हुआ था. 

धृष्टद्युम्न पंचाली यानी द्रोपदी का भाई भी थी. इसने पांडवो की ओर से महाभारत में सेना का नेतृत्व किया था. 

धृष्टद्युम्न और द्रोपदी के पिता द्रुपत अपने तानों पौत्रों के साथ द्रोणाचार्य के हाथों मारे गए थे. 

इसी का बदला लेने के लिए धृष्टद्युम्न ने युद्ध के दौरान झूठी खबर फैला दी कि अश्वथामा मारा गया.

ये सुनकर द्रोण ने हथियार छोड़ दिए और इसी का फायदा उठाकर धृष्टद्युम्न ने द्रोण के बाल पकड़कर सिर काट डाला

द्रोण ने धृष्टद्युम्न के वध के लिए अश्वत्थामा को जन्म दिया था. अश्वथामा ने प्रतिशोध वश रात को सोये हुए धृष्टद्युम्न को गला घोंट कर मार डाला