Oct 20, 2024, 05:45 PM IST
इस नदी के हर पत्थर की होती है पूजा, माना जाता है शिवलिंग
Smita Mugdha
नर्मदा नदी को रेवा नदी के नाम से भी जाना जाता है और यह मध्य प्रदेश के अमरकंटक पठार से निकलती है.
नर्मदा नदी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, और गुजरात से होकर बहती है और खंभात की खाड़ी में मिलती है.
भारत की पांचवीं सबसे बड़ी नदी है नर्मदा और इसे हिंदू धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक बेहद पवित्र भी माना जाता है.
उत्तर भारत और दक्षिण भारत के बीच विभाजन करने के लिहाज से भी नर्मदा नदी एक अहम कड़ी है.
नर्मदा नदी के किनारे बना ओंकारेश्वर द्वीप भगवान शिव को समर्पित है और इसकी काफी मान्यता भी है.
नर्मदा नदी के तट पर मिलने वाले हर पत्थर को शिवलिंग माना जाता है और कई धार्मिक कार्यों के लिए इनका इस्तेमाल होता है.
नर्मदा नदी की गहराई कहीं भी एक जैसी नहीं है और आंवली घाट पर नदी का तल 101 फुट तक गहरा है.
वैज्ञानिकों का मानना है कि नर्मदा नदी के उल्टे बहने की वजह रिफ्ट वैली है.
जिन इलाकों और शहरों में नर्मदा नदी बहती है वह पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र और लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट भी है.
Next:
अरबपतियों के घर में हैं ये 7 मूर्तियां
Click To More..