Nov 5, 2024, 02:57 PM IST

इस महिला शासिका ने गुलाम से प्यार कर गंवाई थी जान

Akanchha Singh

करीब 800 साल पहले भारत में मुस्लिम शासन शुरू हुआ.

इसे शुरू हुए समय भी नहीं बिता था कि सुल्तान इल्तुतमिश की बेटी रजिया सुल्तान दल्ली की 5वीं सुल्तान बनी.

इतना ही नहीं रजिया सुल्तान भारत की पहली और दिल्ली की इकलौती महिला शासक साबित हुईं.

रजिया का जन्म 1205 में हुआ था. सुल्तान इल्तुतमिश ने अपने बड़े बेटे नसिरुद्दिन महमूद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, लेकिन उसकी मौत 1229  हो गई

इसके बाद 1231 में इल्तुतमिश अभियान को छोड़ ग्वालियर जाना पड़ गया. ऐसे हालात में इल्तुतमिश ने रजिया को पूरा प्रशासन सौंप दिया.

वहीं जब इल्तुतमिश वहां से लौटे तो उन्हें रजिया का काम बहुत पसंद आया. इसके बाद इल्तुतमिश ने रजिया सुल्तान को उत्तराधिकारी घोषित कर दिया.

1236 के इल्तुतमिश के मृत्यु के बाद रजिया को दिल्ली की गद्दी मिल गई, लेकिन अधिकारियों को रजिया का शासक बनना रास नहीं आया.

उन्होंने इल्तुतमिश के छोटे बेटे रुकनुद्दिन दिल्ली की गद्दी पर बैठा दिया.

कुछ ही समय बाद रुकनुद्दिन और उसकी मां के अत्याचारों से जनता त्रस्त हो गई और मौके का फायदा उठाते हुए रजिया ने विद्रोह कर दिया.

वहीं कुछ अधिकारियों के साथ देने पर 1236 को रुकनुद्दिन और उसकी मां कि हत्या कर दी गई और रजिया को वापस गद्दी मिल गई.

इसके बाद रजिया ने पर्दा को त्याग दिया और कोट-पगड़ी पहन दरबार में जाने लगी.

इतना ही नहीं रजिया अपने गुलाम और सलाहकार याकुत से मोहब्बत कर बैठी, जो मुस्लिम नहीं था.

वहीं भटिंडा के राज्यपाल मल्लिक इख्तियार ने इतने पर दूसरे लोगों के साथ मिल विद्रोह कर दिया और याकुत की मौत हो गई.

इसके बाद रजिया सुल्तान को इख्तियार से निकाह करना पड़ा. इसके बाद रजिया के सौतेले भाई बेहराम शाह ने विद्रोह कर सिंहासन हथिया लिया

इसके बाद रजिया सुल्तान को इख्तियार से निकाह करना पड़ा. इसके बाद रजिया के सौतेले भाई बेहराम शाह ने विद्रोह कर सिंहासन हथिया लिया