Oct 1, 2024, 07:33 PM IST

किस मुगल बादशाह के बेटे की शादी में पहली बार फोड़े गए थे पटाखे

Rahish Khan

दिवाली और दशहरा के मौके पर देशभर में हर साल लाखों-करोड़ों रुपये के पटाखे फोड़े जाते हैं.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि पटाखों का इतिहास क्या है और भारत में किसने यह आतिशबाजी शुरू की थी?

कुछ इतिहासकारों का कहना है कि 1526 में जब बाबर ने दिल्ली पर हमला किया तो बारूद तोपों की आवाज सुनकर भारतीय सैनिक भाग गए थे.

अगर पटाखों आवाज उन्होंने पहले सुनी होती तो शायद वो वीर बहादुर सिपाही तेज आवाज सुनकर नहीं भागते.

बाबर ने जब दिल्ली पर कब्जा कर लिया तो जश्न में आतिशबाजी और पटाखे फोड़े गए.

उसी दौरान शाहजहां के बेटे दारा शिकोह की शादी मुगलों ने जमकर आतिशबाजी की. कई दिन तक ये जश्न चलता रहा था.

मुगल दौर में पटाखे फोड़ने का ज्यादा इस्तेमाल शिकार या हाथियों की लड़ाई में ज्यादा होता था.

हाथियों के सामने पटाखे इसलिए चलाए जाते थे, ताकि वो डर के मारे भाग जाएं.