Feb 1, 2024, 11:00 AM IST

क्यों ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में 30 साल पहले बंद करा दी गई थी पूजा

Abhishek Shukla

ज्ञानवापी पर कोर्ट के एक फैसले की वजह से हिंदू पक्ष बेहद खुश हैं.

साल 1993 तक व्यास तहखाने में पूजा होती थी. 

31 जनवरी को ही वहां श्रद्धालु पहुंच गए और रात में ही पूजा की गई.

आइए जानते हैं क्यों 30 साल पहले मंदिर में पूजा करने पर रोक लगी थी.

ज्ञानवापी केस में हिंदू पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी का कहना है कि साल 1993 में ज्ञानवापी में व्यासजी के तहखाने में पूजा-पाठ होती थी. 

मुलायम सिंह यादव की तत्कालीन सरकार ने बिना किसी सक्षम न्यायालय के आदेश के उसको लोहे की पट्टिका से घिरवाकर वहां पूजा बंद करा दी थी. 

हिंदू पक्ष ने एक केस किया था जिसमें मांग की गई थी कि व्यासजी के तहखाने के दरवाजे खिड़की टूटे हैं, जर्जर हैं और उस पर कब्जा रोका जाए. 

जिला अधिकारी को रिसीवर नियुक्त किया जाए.

अब 30 साल बाद फिर से तहखाने में पूजा शुरू हो गई है. बैरिकेडिंग खुलने की वजह से सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं.