Aug 6, 2024, 10:26 PM IST

वो हिंदू रानी जिसने मुगल से विवाह करने के बाद भी नहीं बदला अपना धर्म

Rahish Khan

राजा भारमल आमेर सियासत के राजा थे. आमेर एक छोटा राज्य था.

उस दौरान आमेर में विरासत की लड़ाई चल रही थी. भारमल को उनके करीबी गद्दी से हटाना चाहते थे.

इनमें राजा के भाई भी शामिल थे. जिन्होंने मुगल गवर्नर मिर्जा शरीफुद्दीन हुसैन से हाथ मिला लिया था. 

भारमल ने अपनी सत्ता बचाने के लिए मुगल बादशाह अकबर से मदद मांगी और अपनी बेटी हरखा से उनकी शादी का प्रस्ताव भेजा.

अकबर ने यह प्रस्ताव स्वीकार करते हुए शरीफुद्दीन हुसैन और राजा भारमल के भाई की साजिश को ध्वस्त कर दिया.

इससे राजा भारमल को उनका राज्य वापस मिल गया. उनके विरोधियों को मुंह की खानी पड़ी.

इसके बाद राजा भारमल ने अपने वचन के मुताबिक हरखा बाई उर्फ जोधा बाई का विवाह अकबर से करा दिया.

हरखा बाई जब विवाह करके मुगल दरबार पहुंचीं तो वह अपने साथ अपने भाई भगवंत दास और भतीजे मानसिंह को भी आगरा लेकर गईं.

उस दौरान यह रीति थी कि जब कोई हिंदू राजकुमारी मुगल से शादी करती तो वह अपना धर्म बदल लेती थी.

लेकिन हरखा बाई उर्फ जोधा ने ऐसा नहीं किया. वो अकबर की पहली गैर मुस्लिम पत्नी थीं, जिन्होंने धर्मांतरण नहीं किया.