Oct 4, 2024, 01:37 AM IST

मुगलों के कारण भूतिया बना था भानगढ़ का किला

Kuldeep Panwar

राजस्थान के किले पूरी दुनिया में मशहूर हैं. इन किलों में ही भानगढ़ का किला भी है, जिसका नाम सुनते ही लोग आज भी डर जाते हैं.

भानगढ़ के किले के डरावना और भूतिया होने को लेकर इतनी तरह की कहानियां मशहूर हैं कि वहां शाम ढलने के बाद जाने पर भी पाबंदी है.

राजस्थान के अलवर जिले में अरावली की पहाड़ियों से घिरे इस किले का निर्माण आमेर के राजा ने अपने छोटे भाई के लिए कराया था.

क्या आप जानते हैं कि भानगढ़ का किला भूतिया कैसे बना? आज हम आपको उस अनसुनी कहानी के बारे में बताएंगे, जो इस किले से जुड़ी है.

इसके भूतिया होने के पीछे किले के निर्माण के समय एक साधु द्वारा उसकी परछाई अपनी झोपड़ी पर पड़ने के कारण श्राप देने की कहानी मशहूर है.

इसके अलावा भानगढ़ के भूतिया बनने को लेकर एक और कहानी मुगल बादशाहों के कारण राजपूत शासकों के मुस्लिम बनने से जुड़ी है.

इतिहासकार प्रो. आरएस खंगारोत के मुताबिक, भानगढ़ का शासक मोहम्मद कुलीन और अजबगढ़ का शासक मोहम्मद दलहीज था.

कुलीन और दलहीज पहले राजपूत थे, लेकिन दोनों ने मुगल बादशाह की आधीनता स्वीकार करने पर इस्लाम धर्म कबूल कर लिया था.

मुगल सल्तनत अपने ढलते दौर में थी. दिल्ली की कमजोर ताकत देखकर राजा जय सिंह द्वितीय ने भानगढ़ और अजबगढ़ पर हमला कर दिया.

जय सिंह द्वितीय की ताकत का सामना ये दोनों रियासत नहीं कर सकीं और युद्ध में उनकी हार के साथ ही कुलीन और दलहीज भी मारे गए.

जय सिंह द्वितीय दोनों राज्यों के इस्लाम कबूल करने से बेहद नाराज था. इसलिए उसने भानगढ़ के किले को पूरी तरह खंडहर में बदल दिया.

कहा जाता है कि जय सिंह की सेना ने भानगढ़ के किले को ध्वस्त करते समय जिन लोगों का नरसंहार किया. उनके ही भूत आज भी यहां घूमते हैं.