भीम पर कैसे दिल हार बैठी थी हिडिंबा, कुंती ने ऐसे कराया मेल
DNA WEB DESK
हिडिंबा और भीम का प्यार बेहद अनोखा है.
महाभारत की ये प्रेम कहानी थोड़ी अजीब है. भीम मानव थे, वहीं हिडिंबा राक्षसी थी.
महाभारत के मुताबिक लाक्षागृह के जलने के बाद पांडव जब जंगल में रह रहे थे.
भीम सोते हुए पांडवों की रखवाली कर रहे थे, तभी हिडिंब को भूख लगी.
उसने अपनी बहन हिंडिंबा से कहा कि वह मानव रक्त लेकर. वह पांडवों का वध करने गई तभी भीम के शरीर पर मोहित हो गई. वह भीम पर दिल हार बैठी.
हिडिंबा ने भीम से अपने दिल की बात कही. उसने कहा कि हिडिंब इस क्षेत्र का राजा है, वह राक्षस है, भीम ये जगह छोड़कर कहीं और बस जाएं.
भीम ने अपने भाइयों और माता कुंती से दूर जाने से मना कर दिया.
तभी हिडिंब आया और भीम से लड़ बैठा. भीम से लड़ाई में वह मारा गया. हिडिंबा को राक्षसी समझकर मारने जा रहे थे, तभी घरवालों ने कहा कि स्त्री हर रूप में पूजनीय है.
मां के निर्देश पर भीम ने हिडिंबा अपना लिया लेकिन उन्होंने कहा कि जब तक पुत्र नहीं हो जाता, तभी तक वे उसके साथ रहेंगे.
हिडिम्बा भीम के साथ पहाड़ियों पर रहने लगी. 1 साल दोनों का जीवन सुखमय बीता. उन्हें घटोत्कच नाम का एक पुत्र भी हुआ. महाभारत में इस योद्धा का भी अहम रोल है.