Oct 28, 2024, 03:41 PM IST

कैसे पड़ा दिल्ली के खूनी दरवाजे का नाम 

Anamika Mishra

दिल्ली के खूनी दरवाजे नाम के पीछे कई कारण बताए जाते हैं.

माना जाता है दिल्ली की गद्दी पाने के लिए औरंगजेब ने अपने ही परिवार को धोखा दिया था. 

इसके बाद उसने अपने भाई दरा शिकोह का सिर काटकर यहां टांग दिया था.

इसके अलावा मुगल शहजादे मिर्जा मुगल, क्रिज्र सुल्तान और अबू बकर को जनरल विलियम हॉडसन ने 1857 में यहीं मारा था.

जनरल ने इन सभी को लाल किला ले जाते समय गोलियां से छलनी कर दिया था. 

इसके अलावा अकबर के नवरत्नों ने जहांगीर के बादशाह बनने पर विरोध जताया था.

जिसके चलते जहांगीर ने रहीम खानखाना के दो बेटों की हत्या इसी दरवाजे पर करवा दी थी.  

1947 में पार्टिशन के दौरान कई शरणार्थियों की यहीं पर हत्या कर दी गई थी.  

इन्हीं ऐतिहासिक घटनाओं के कारण इसका नाम खूनी दरवाजा पड़ा.