Apr 3, 2024, 08:37 PM IST

कितने दिन में हटती है वोट देते समय लगी इंक

Kuldeep Panwar

देश में इस समय लोकसभा चुनाव का माहौल गर्म है. सात चरण में होने वाले मतदान का पहला चरण 19 अप्रैल को आयोजित होगा.

देश में चुनाव बैलेट पेपर से EVM तक पहुंच गए हैं, लेकिन वोट डालते समय वोटर्स के बाएं हाथ की उंगली पर इंक लगाना आज भी जारी है.

यह इलेक्शन इंक बेहद खास होती है, जो एक बार आपकी उंगली पर लग गई तो फिर लंबे समय तक इसका निशान मिटाया नहीं जा सकता है.

नीले रंग की इस इंक का इस्तेमाल देश के पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सुकुमार सेन ने 1962 में शुरू कराया था, तबसे यह भारतीय चुनाव का अटूट हिस्सा है.

यह इंक देश में केवल एक ही कंपनी मैसूर पेंट एंड वार्निश लिमिटेड (MVPL) बनाती है, जो केवल भारत सरकार को इसकी सप्लाई करती है.

यह खास नीले रंग की इंक सिल्वर नाइट्रेट केमिकल से बनती है, जो पानी के संपर्क में आते ही 1 सेकंड में इस इंक को काले रंग का कर देता है. 

उंगली पर लगते ही सिल्वर नाइट्रेट त्वचा के नमक से रिएक्शन कर एक लेयर अंदर तक समा जाता है. फिर इसे मिटाना असंभव हो जाता है.

इलेक्शन इंक कितने दिन तक उंगली पर रहती है? बता दें त्वचा का हिस्सा होने से यह इंक तभी साफ होती है, जब त्वचा के सेल पुराने होने से वह लेयर उतर जाती है.

यदि समय की बात करें तो इलेक्शन इंक को एक बार लगाए जाने के बाद 72 घंटे से कम समय में त्वचा से मिटाना नामुमकिन माना जाता है.

इलेक्शन इंक के आपकी उंगली से पूरी तरह हटने में अधिकतम 2 महीने का समय लगता है. इतने समय में उंगली की त्वचा नई लेयर बदल लेती है.

कुछ लोगों का दावा है कि उंगली पर इंक लगने के 5 मिनट के अंदर यदि माचिस की तीली पर लगे मसाले से रगड़ा जाए तो यह इंक हट जाती है.

हालांकि माचिस की तीली या अन्य किसी केमिकल से इंक हटने के किसी भी दावे को आज तक चुनाव आयोग ने सही नहीं माना है.