Aug 12, 2024, 02:24 PM IST

Odisha के इस मंदिर का रहस्य जानकर हो जाएंगे दंग, जानिए इसके पीछे का कारण

Anuj Singh

देश में ऐसे कई सारे मंदिर हैं, जिनमें अनेको अनजाने रहस्य छूपे हुए हैं, उनमें से एक जगन्नाथ पुरी मंदिर.

जगन्नाथ पुरी मंदिर में देश-विदेश से भक्त दर्शन के लिए आते हैं.

ये मंदिर चार धामों में से एक है और हिंदू धर्म के लिए विशेष महत्व रखता है. 

जगन्नाथ पुरी मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में गंग वंश के राजा अनंतवर्मन चोडगंग ने करवाया था.

मान्यताओं के अनुसार, राजा ने अपने सपने में भगवान जगन्नाथ के दर्शन किए थे.

मान्यताओं के अनुसार, जगन्नाथ मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण ने अपने देह का त्याग किया था.

इस मंदिर में आज भगवान श्रीकृष्ण का ह्रदय मौजूद है और जगन्नाथ मंदिर के उपर लगा झंडा हवा के विपरीत दिशा में उड़ता है.

जगन्नथ नाथ मंदिर के पास समुद्र है, लेकिन मंदिर के अंदर समुद्र की लहरों की आवाज सुनाई नहीं देती है.

जगन्नाथ मंदिर में जो प्रसाद बनता है वो सातों घडो को एक के उपर एक रखकर तैयार किया जाता है, लेकिन हैरानी की बात है कि सबसे पहले सबसे उपर वाले घडे का प्रसाद पकता है.

जगन्नाथ मंदिर की मूर्तीयों को हर 12 साल में रात के अंधेरे में बदला जाता है.