Sep 19, 2023, 07:38 PM IST

कौन सा है वो सांप जो शिव के गले में लिपटा होता है

Kuldeep Panwar

भगवान शिव के जितने भी आप रूप देखेंगे, उनके गले में हमेशा एक सांप लिपटा मिलेगा. माना जाता है कि ये नागों के राजा वासुकी हैं, जो दुनिया में सबसे ज्यादा जहरीले हैं.

शिव के वासुकी को नाग प्रजाति का माना गया है, जो हिमालयी इलाके में मिलता है. हालांकि एशिया ही नहीं दुनिया के सबसे खतरनाक सांपों में से एक नाग पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में पाए जाते हैं.

वासुकी नाग की पहचान उसके शरीर की काली-सफेद चित्तियां और पीलापन लिए हुए गाढ़े भूरे रंग का शरीर होता है. हालांकि यह प्रकृति के अनुरूप ढालने के लिए गहरे ग्रे या काले रंग का भी पाया जाता है.

नाग प्रजाति के सांपों की सबसे खास पहचान उनका फन होता है, जिसे वे जमीन से काफी ऊपर उठाकर चौड़ा फैला सकते हैं. खासतौर पर जब वह रीझते हैं या गुस्से में होते हैं तो फन फैला लेते हैं. 

नाग प्रजाति के सांपों में किंग कोबरा भी शामिल हैं, जो 3 से 4 मीटर लंबाई तक के हो सकते हैं और बेहद जहरीले होते हैं. इनका औसत वजन 6 किलोग्राम तक माना जाता है.

नाग प्रजाति के सांप को भारत के अधिकतर हिस्से में शिव के गले का सांप मानकर पूजा जाता है और इन्हें मारना हत्या के अपराध जैसा माना जाता है. इन्हें मारने वाले पर कई जगह धार्मिक प्रतिबंध लगाए जाने का भी चलन पुरातन काल से समाज में किया गया है.

किंग कोबरा या अन्य किसी नाग को वन्य जीव संरक्षण कानून के तहत प्रतिबंधित सूची में रखा गया है. इन्हें मारने पर प्रतिबंध है और ऐसा करने पर 6 साल तक की कैद हो सकती है.

जमीन पर रहने वाला सांप होने के बावजूद नाग प्रजाति पेड़ों पर भी तेजी से चढ़ सकती है. साथ ही यह पानी में भी कुशल तैराक मानी जाती है यानी इससे वहां भी बराबर खतरा होता है.

मादा नाग सूखे पत्तों के घोंसले में अंडे देती है. एक बार में मादा नाग 12 से 22 अंडे तक दे सकती है. इन अंडों से दो महीनों में 8 से 10 इंच तक लंबे संपोले निकलते हैं, जो पूर्ण विकसित नाग से भी ज्यादा जहरीले होते हैं.

नाग की अहमियत केवल धर्मग्रंथों के कारण ही नहीं हैं बल्कि हमारी खाद्य श्रृंखला का भी ये खास अंग हैं. नाग का प्रिय भोजन चूहा होता है, जिसे खाकर वे चूहों से खेत में फसलों को होने वाले नुकसान से बचाए रखते हैं. इसलिए भी किसान अपने खेत में किसी नाग को घूमते देखकर उसे मारने से बचते हैं.