Jul 23, 2024, 03:50 PM IST

ये थी मुगलकाल की मंथरा, बादशाह के गुरु को भिजवा दिया था वनवास

Smita Mugdha

रामायण में मंथरा के किरदार की काफी आलोचना की जाती है, लेकिन मुगलकाल में भी ऐसी ही एक महिला थी. 

मुगल बादशाह अकबर की दासी माहम अंगा ने भी मंथरा की ही तरह साजिश रचने का काम किया था. 

मंथरा ने जिस तरह से कैकेयी को भड़काने का काम किया और राम जी को वनवास भेजा था, वैसा ही माहम अंगा ने भी किया. 

अकबर के संरक्षक बैरम खान को माहम अंगा बिल्कुल पसंद नहीं करती थी और उन्होंने बादशाह को उनके खिलाफ भड़काया था. 

बैरम खान की मनमानी और बगवात से परेशान होकर अकबर ने माहम अंगा से उसके बारे में सलाह ली थी. 

माहम अंगा ने सुझाव दिया था कि अकबर उन्हें हज के लिए भेज दें और दरबार की राजनीति से पूरी तरह से अलग कर दें.  

हरम के अंदर माहम अंगा बेहद ताकतवर महिला थीं और अकबर भी उस पर काफी भरोसा करते थे. 

गद्दी संभालने के बाद धीरे-धीरे अकबर दखलंदाजी से परेशान हो गए और माहम अंगा की शक्तियां काफी कम कर दी थी.

माहम अंगा न राजकुमारी थीं और न ही रानी लेकिन इसके बाद भी मुगल हरम के अंदर उन्हें काफी शक्तियां मिली थीं.