Apr 18, 2024, 02:12 PM IST

महाराणा प्रताप ने किस घास की रोटी खाकर मुग़ल के छुड़ाए थे छक्के

Kavita Mishra

देश में कई गौरवशाली योद्धा का जिक्र होता है तो सबसे पहले मेवाड़ के राजा महाराणा प्रताप का नाम समाने आता है. 

महाराणा प्रताप ने अपने राज्य को वापस पाने के लिए लगातार संघर्ष किया. उन्होंने दुश्मनों के सामने कभी घुटने नहीं टेके. 

महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 मेवाड़ के कुंभलगढ़ में हुआ. वह उदय सिंह द्वितीय और महारानी जयवंता बाई के सबसे बड़े बेटे थे. 

महाराणा प्रताप और मुगल बादशाह अकबर के बीच हल्दीघाटी युद्ध सबसे ज्यादा चर्चित है. 

इस युद्ध में महाराणा प्रताप ने अपनी से कई गुना सेना लेकर आए अकबर के नाक में दम कर दिया था. 

यह युद्ध भी महाभारत युद्ध की तरह विनाशकारी माना जाता है. कहा जाता है कि इस युद्ध में किसी की हार जीत नहीं हुई थी. 

 महाराणा प्रताप के बारे में कई तरह के दावे किए जाते हैं. यह भी कहा जाता है कि युद्ध के समय महाराणा प्रताप ने घास की रोटी खाई थी. 

कुछ इतिहासकारों का कहना है कि जेम्स टॉड ने अपनी पुस्तक में संवेदना के रूप में ऐसा लिखा है लेकिन उसका मतलब घास से नहीं था. 

इतिहासकारों का दावा है कि उस वक्त आदिवासी परिवार घास-फूस, वनस्पति की रोटी और सब्जियों से पेट भरते थे. दक्षिणी राजस्थान के वीरो ने इन्हीं कंद-मूल और घास की रोटियां खाकर मुगल सेना को लोहे के चने चबवाए थे.