Sep 6, 2024, 09:25 PM IST

भारत के 85% से अधिक जिले सूखा, बाढ़ और चक्रवात से प्रभावित : अध्ययन

Meena Prajapati

एक अध्ययन के मुताबिक, भारत के 85 प्रतिशत से अधिक जिले एक्सट्रीम क्लाइमेट इवेंट्स का सामना कर रहे हैं. 

IPE Global और Esri India की रिपोर्ट ने पाया कि भारत के 45 प्रतिशत जिले 'स्वैपिंग' (अदला-बदली) ट्रेंड को देख रहे हैं.

वे क्षेत्र जहां पहले पारंपरिक रूप से बाढ़-प्रभावित थे अब सूखा-प्रभावित हो गए हैं. इसी प्रकार सूखा प्रभावित क्षेत्र, बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो रही है. 

इस स्टडी के दौरान पांच दशक के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया और स्थानिक एवं लौकिक मॉडलिंग का उपयोग किया.

अध्ययन में 1973 से 2023 तक 50 वर्ष की अवधि के दौरान चरम जलवायु घटनाओं की एक सूची तैयार की गई.

पूर्वी भारत के जिले भीषण बाढ़ की घटनाओं के प्रति अधिक संवेदनशील हैं, इसके बाद देश के उत्तरपूर्वी और दक्षिणी भागों का नंबर आता है. 

स्टडी के मुताबिक, सूखे की घटनाओं में 2 गुना वृद्धि हुई है, विशेष रूप से कृषि और मौसम संबंधी सूखे में, और चक्रवात की घटनाओं में 4 गुना वृद्धि हुई है.

गुजरात, आंध्र प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, ओडिशा,  राजस्थान, उत्तर प्रदेश,  हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और असम के 60% से अधिक जिले एक से अधिक चरम जलवायु घटनाओं का सामना कर रहे हैं.

विनाशकारी जलवायु की वर्तमान प्रवृत्ति की वजह से 10 में से 9 भारतीयों को चरम जलवायु घटनाओं के खतरे का सामना करना पड़ रहा है.