Dec 3, 2023, 07:45 AM IST

इन 'राजा-रानियों' की किस्मत का फैसला आज करेगी जनता

Nitin Sharma

मध्यप्रदेश और राजस्थान में आज कई राजाओं की किस्मत का फैसला जनता करेगी. चुनावी मतदान के बाद आज हार और जीत का फैसला हो जाएगा. 

इस बार चुनावी मैदान में वसुंधरा राजे से लेकर कांग्रेस नेता राजा दिग्विजय सिंह के बेटे  किस्मत आजमा रहे हैं. 

ग्वालियर राजघराने से संबंध रखने वाली राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रही वुसंधरा राजे सिधिंया इस बार राजस्थान की झालरापाटन विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरी है. वसुंधरा राजघराने के साथ ही राजनी​ति में मुख्यमंत्री से लेकर विदेश राज्य मंत्री तक रह चुकी हैं.

राजस्थान के कोटा राजपरिवार की बहू कल्पना देवी राजस्थान की लाडपुरा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में है. 2018 में कल्पना देवी ने इस सीट पर भारी मतों से जीत दर्ज की थी. 

बीकानेर के राज परिवार से ताल्लुक रखने वाली सिद्धि कुमारी इस बार भी बीकानेर पूर्व सीट से मैदान में उतरी है. वह 2008 से बीजेपी से इस सीट पर जीत दर्ज कर रही हैं. एक बार फिर से उनकी किस्मत आज दांव पर लगी है. सिद्धि कुमारी पूर्व सांसद और बीकानेर के महाराजा करणी सिंह बहादुर की पोती हैं.

जयपुर राजघराने से ताल्लुक रखने वाली दीया कुमारी इस बार जयपुर की विद्याधर नगर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरी है. दीया कुमारी महाराजा मानसिंह द्वितीय की पोती हैं. लंदन से पढ़ाई कर चुकी दीया कुमारी अंबर फोर्ट और जयगढ़ फार्ट की मालकिन हैं.

मेवाड़ राजघराने से ताल्लुक रखने वाले विश्वराज सिंह मेवाड़ राजस्थान के नाथद्वारा कोट सीट से बीजेपी की तरफ चुनावी मैदान में उतरे हैं. वह चुनाव से पहले ही बीजेपी में शामिल हुए हैं. 

भरतपुर के आखिरी महाराजा बृजेंद्र सिंह के बेटे विश्वेंद्र सिंह भी राजस्थान से चुनावी मैदान में उतरे हैं. इनकी गिनती सबसे अमीर उम्मीदवारों में होती है.

मध्यप्रदेश चुरहट राज घराने से ताल्लुक रखने वाले अजय सिंह भी चुनावी मैदान में उतरे हैं. वह कांग्रेस के टिकट पर चुरहट विधानसभा सीट चुनाव लड़ रहे हैं. अजय के पिता अर्जुन सिंह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.

मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह रायोगढ़ सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. जयवर्धन विदेशी से पढ़ाई कर भारत लौटे और 2013 और 2018 में विधानसभा सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतरे हैं. 

रीवा राजघराने से संबंध रखने वाले दिव्यराज ​सिंह सिरमौर सीट से ही चुनावी मैदान में उतरेंगे. इस सीट पर उन्हें कांग्रेस के आदिवासी समुदाय के कांग्रेस प्रत्याशी रामगरीब चुनावी मैदान में उतरे हैं.