May 21, 2024, 09:01 PM IST

इस मुगल बादशाह के शौक थे निराले, चीन और तुर्की से मंगवाता था रेशमी पर्दे

Smita Mugdha

मुगल बादशाहों के शौक काफी शाही थे और अपनी अय्याशियों पर दिल खोलकर खर्च किया करते थे.

शाहजहां ने जब दिल्ली में राजधानी बनाई तो यहां आलीशान लाल किला बनाया था, जिसे पूरा करने में 10 साल लगे थे. 

शाहजहां लाल किले को खूबसूरती के लिहाज से नायाब इमारत बनाना चाहता था और इसलिए खूब पैसे लुटाए थे. 

उस दौर में लाल किला को बनाने में 1 करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च हुए थे और आज भी यह इमारत मिसाल है. 

जब 1648 में लाल किले का उदघाटन किया गया तब इसके मुख्य कमरों को कीमती सामान से सजाया गया था. 

तुर्की से मंगाए मखमल और चीन की रेशम से बनाए पर्दे और कालीन महल की शोभा बढ़ाते थे.

महल के हर हिस्से से भव्यता और मुगल सल्तनत की शाही रईसी की झलक नजर आती थी.

महल के हर हिस्से में मजबूती के साथ कलात्मकता और भव्यता का भी पूरा ध्यान रखा गया था.

लाल किले में मुगल बादशाह शाहजहां की शानो-शौकत देखते ही बनती थी.