Feb 20, 2024, 10:54 PM IST

मुजरा और शराब की नदियां, मुगल बादशाहों के थे ऐसे शाही शौक

Smita Mugdha

मुगल दरबार में अय्याशी भी खूब होती थी और ज्यादातर शासकों के बेहद महंगे और शाही शौक थे. 

अंग्रेज इतिहासकारों का भी कहना है कि जहांगीर के दौर से ही मुगल दरबार में नाच-गाना और मुजरा होता था. 

मुगल दरबार में होने वाली शाही दावतों में तरह-तरह के गोश्त और व्यंजन के साथ ही जमकर शराब का भी सेवन होता था.

मुगल दरबार में इन दावतों के लिए शाही खानसामे काफी तैयारी करते थे और देश-विदेश के व्यंजन सोने-चांदी के बर्तनों में परोसे जाते थे.

इन दावतों में हरम की सर्वश्रेष्ठ नर्तकियां और कलाकार अपनी कला का भी प्रदर्शन करते थे.

खुशी या खास मौके पर दरबार की दावतों में बादशाह की ओर से इनाम में अशर्फियां और सोने के सिक्के लुटाए जाते थे.

बादशाह अपने अतिथियों के स्वागत के लिए भी हरम में रहने वाली महिलाओं की ओर से नाच-गाने का कार्यक्रम रखते थे.

दरबार में होने वाली इन दावतों में उम्दा और महंगी शराब भी परोसी जाती थी. शाहजहां और जहांगीर जैसे बादशाह खुद भी शराब का सेवन करते थे.

मुगल बादशाहों का जीवन शानो-शौकत से भरा था और इसकी झलक उनकी दावत में भी होती थी.