Aug 16, 2024, 08:01 PM IST

इस मुगल बादशाह ने क्यों कहा खुद को पापी 

Anamika Mishra

मुगल इतिहास के दौर में एक बादशाह ऐसा भी था जिसने हर वो चीज हासिल की जो उसे पसंद थी. 

राजगद्दी पाने के लिए उसने भाई से लेकर पिता तक को कैद में डलवा दिया था.

सब कुछ अपनी मर्जी से करने के बाद भी उसे अपने अंतिम दौर में मलाल रहा.

ये बादशाह कोई और नहीं बल्कि मुगल बादशाह औरंगजेब था.

औरंगजेब जीवन के अंतिम पलों में बदल रहा था, साथ ही उसे अपने किए पर काफी पछतावा था. 

उसका शरीर बूढ़ा हो चुका था. आंखें अंदर धंस चुकी थीं. हाथ और पैरों में कमजोरी का असर दिखने लगा था. 

औरंगजेब अपने रिश्तोंदारों के लिए कभी ईमानदार नहीं रहा. वो सिर्फ अल्लाह के प्रति बफादार था.

जीवन के अंतिम दिनों में अब उसे अपने बुरे कर्म सताने लगे थे. उसे लगने लगा था कि वो अल्लाह का सामना भी कैसे करेगा. 

अंतिम दिनों में औरंगजेब को इतना पछतावा हुआ कि उसने खुद को पापी और नाकाम तक कह दिया.