Oct 3, 2023, 11:42 AM IST

मुगल हरम में क्यों बनाए जाते थे तहखाने और कुएं, वजह जान कांप जाएंगे

DNA WEB DESK

मुगलों के हरम के बारे में काफी कुछ कहा और लिखा गया है. हरम के अंदर का जीवन काफी रहस्यमय हुआ करता था.

हरम की महिलाएं वैसे तो राजा की सेविका होती थीं लेकिन वे रानियों की दासियां भी कहलाती थीं. उनकी ड्यूटी राजमहल के आदेश के साथ बंधी होती थी.

मुगलों के हरम में किसी को भी जाने की इजाजत नहीं होती थी. कोई भी बाहरी व्यक्ति उसके अंदर नहीं जा सकता था.

कई हरम में गुप्त रास्ते होते थे. सुरंगें भी होती थीं. हरम की महिलाओं की बकायदा जासूसी भी की जाती थी. 

हर औरत पर गुप्तचर निगाह रखता था. किसी के भी गलती करने पर कठोर सजा मिलती थी जिसमें मृत्युदंड भी शामिल है.

हरम में फांसीघर और कुएं भी होते थे. हरम में फांसीघर या कुंआ होने के पीछे की कई कहानियां इतिहास के पन्ने में दर्ज हैं.

हरम केवल सौंदर्य, कला या सेवा के लिए नहीं होता था, यहां गलती करने वाली औरतों को शासन की तरफ से कड़ी सजा दी जाती थी.

जो भी राजा का आदेश नहीं मानती थी या वादाखिलाफी करती थीं, उसे बेहरमी से फांसी पर लटका दिया जाता था.

हरम में जो कुछ होता था उसकी चर्चा बाहर नहीं जाती थी. यहां फांसी देने के बाद महिलाओं को कुएं में फेंक दिया जाता था.