Apr 14, 2024, 12:38 PM IST

सिर्फ सजने-संवरने के लिए इस अय्याश रानी की थी 100 दासियां

Smita Mugdha

मुगल शासकों की ही तरह मुगल रानियां भी बेहद अय्याश और शाह खर्च हुआ करती थीं. 

मुगल रानियों में नूरजहां के नाज-नखरों के बारे में इतिहास में काफी लिखा गया है.

रूपवती होने के साथ ही नूरजहां बुद्धिमान भी थी और उसने जहांगीर को पूरी तरह से अपने वश में कर लिया था. 

नूरजहां को भारत की पहली महिला फैशन डिजाइनर भी कहा जाता है/ उसने कपड़ों से लेकर साज-सज्जा में कई बदलाव किए. 

इतिहासकारों का कहना है कि जहांगीर ने इनाम के तौर पर नूरजहां को जागीर और जेवर के अलावा कई दासियां भी दी थीं. 

खास मौके पर तैयार होने के लिए 100 से ज्यादा दासियां और सेविकाएं नूरजहां की सेवा में लगी रहती थीं. 

नूरजहां को भारत में नेट के कपड़े, रंगीन कांच और कांच की चूड़ियों का ट्रेंड शुरू करने का श्रेय दिया जाता है.

महल की दूसरी रानियों और शहजादियों को भी सजाने-संवारने के लिए कई सारी दासियां मिलती थीं. 

रानियों और शहजादियों के श्रृंगार में उनकी मदद करने के लिए सेविकाओं के बीच में होड़ लगी रहती थी.