Sep 2, 2023, 10:36 PM IST

यमुना किनारे ही मुगलों ने क्यों बसाए शहर और किले?

DNA WEB DESK

मुगलिया सल्तनत में कई शहर और इमारतें यमुना नदी के किनारे ही बसी. इस नदी से मुगल शासकों का खास रिश्ता रहा. जानें ऐसा क्यों था. 

शाहजहां ने अपने शासनकाल में कई महत्वपूर्ण इमारतें बसाईं. इसमें आगरा में बनाया ताजमहल और किला पूरी दुनिया में मशहूर है. 

दरअसल मुगलकाल के ज्यादातर शासकों ने राजधानी ऐसी जगहें ही चुनीं जहां यमुना नदी बहती थी. उस दौर में पानी की जरूरतों को देखते हुए नदी किनारे ही महल बसाए जाते थे. 

मुगल शासनकाल में ही शाहजहांनाबाद (दिल्ली) शहर बसा. यह शहर भी यमुना नदी के किनारे ही है. नदी से सटे लाल किला और मीना बाजार भी बसाया गया था. 

इतिहासकार मानते हैं कि गंगा नदी हमेशा से हिंदुओं के लिए पवित्र रही है और उसके आसपास नगर पहले से बसे थे. ऐसे में मुगलों ने यमुना किनारे की जगह को चुना. 

अकबर की राजधानी फतेहपुर सीकरी भी यमुना के ही किनारे है और अपने शासनकाल में अकबर ने नदी किनारे वन और उद्यान भी बसाए थे. 

पुरानी सभ्यताओं में हमेशा नदी किनारे ही महल और प्रमुख इमारतें बसाई जाती थीं ताकि लोगों को पानी के लिए दूर-दूर तक न भटकना पड़े. 

मुगल शासन के दौर में मौजूदा पाकिस्तान का लाहौर शहर भी प्रमुख केंद्र था और वहां भी कई किले, इमारतें और उद्यान बनाए गए थे. 

लाहौर भी रावी नदी के किनारे बसाया गया शहर है जहां लाहौर किला, मीना बाजार जैसी ऐतिहासिक जगहें मुगल शासन के वैभव की गवादी देती हैं.