Feb 14, 2024, 10:34 PM IST
राजा महाराजाओं के जमाने में मुद्रा के रूप में सिक्कों का चलन था.
यह सिक्के, तांबे, पीतल से लेकर सिल्वर के होते थे.
जैसे जैसे तरक्की हुई, करेंसी में भी बदलाव होने लगा.
भारत समेत कई देशों में सिक्कों की जगह करेंसी के रूप में कागज के नोट चलन में आ गये.
लेकिन आज भी कुछ ऐसे देश हैं, जहां पर कागज की जगह प्लास्टिक के नोट चलते हैं.
यहां की सरकार अपनी करेंसी प्लास्टिक के रूप में ही छापती है और इनका इस्तेमाल किया जाता है.
प्लास्टिक के नोटों की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया पहला ऐसा देश है, जहां 1988 में प्लास्टिक के नोटों की शुरुआत हुई थी.
वियतनाम में भी प्लास्टिक के नोट चलते हैं. इनकी शुरुआत 2003 में की गई.
दुनिया के छोटे देशों में से एक ब्रुनेई में भी प्लास्टिक के नोट ही चलते हैं. इस देश की गिनती दुनिया के अमीर देशों में की जाती है. फर्जी करेंसी को रोकने के लिए यहां पर प्लास्टिक के नोटों को चलन शुरू हुआ.