आज हम आपको एक ऐसी ही वीर हिन्दू रानी के बारे में बताएंगे, जिन्होंने मुगलों की नाक कटवा दी थी.
श्रीनगर को राजधानी बनाकर पंवार वंश के महाराजा महिपतशाह राज्य करते थे. इनकी महारानी का नाम कर्णावती था.
राजा महिपतशाह एक युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो गए थे. इसके बाद उनकी पत्नी महारानी कर्णावती ने गढ़वाल राज्य की सत्ता संभाली थी.
जिसके बाद मुगल सेनापति नजाबत खान ने फ़ौज को लेकर श्रीनगर पर हमला बोल दिया.
रानी ने मुगलों की सेना को दोनों तरफ से बुरी तरह घेर लिया था और इसके बाद नजाबत खान के पास आत्मसमर्पण के अलावा कोई दूसरा रास्ता ही नहीं बचा था.
अपनी हार स्वीकार कर नजाबत खान ने रानी के पास शांति संदेश भेज आत्मसमर्पण करने का प्रस्ताव रखा। रानी ने इस प्रस्ताव को तो स्वीकार कर लिया परंतु एक शर्त भी रखी.
मुगल सैनिकों को अपनी जान बचाने के बदले नाक काटनी होगी, उसी के बाद सबको छोड़ दिया जाएगा.
नजाबत खान ने इस शर्त को बड़ी शर्मिंदगी के साथ स्वीकार किया.