Feb 24, 2024, 10:12 PM IST
माता सीता के ये 5 गुण अपना लें, तो हर रिश्ता हो जाएगा कामयाब
Smita Mugdha
सीता माता और प्रभु श्रीराम का जीवन दुनिया भर में उनके श्रद्धालुओं के लिए आदर्श है.
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का माता सीता ने बतौर पत्नी हर कदम पर साथ दिया था.
माता सीता का व्यक्तित्व गुणों की खान है, लेकिन रिश्ते निभाने के मामले में उनके ये गुण अपना लिए जाएं, तो हर रिश्ते में खुशहाली और सम्मान होगा.
ईमानदारी और सम्मान: माता सीता ने सिर्फ पति प्रभु राम के साथ ही नहीं, बल्कि हर रिश्ते में ईमानदारी और सम्मान रखा.
त्याग: पत्नी ही नहीं बल्कि राज्य की रानी और परिवार की बड़ी बहू होने के नाते भी माता सीता ने रिश्तों के लिए त्याग करने में कभी कदम नहीं पीछे खींचे.
आत्मसम्मान: किसी भी रिश्ते की खुशहाली में दोनों पक्षों का सम्मान जरूरी होता है. माता सीता ने जहां बात आत्मसम्मान की आई, तो कभी समझौता नहीं किया था.
प्रेम: हर रिश्ते में उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन प्यार हो तो सब आसान होता है. माता सीता ने अपने सभी रिश्तों को प्रेम से सींचा था.
धैर्य: बहुत से रिश्तों में दरार सिर्फ धैर्य की कमी होने की वजह से आ जाती है. माता सीता से सबको धैर्यवान बनने की सीख लेनी चाहिए.
माता सीता और प्रभु श्रीराम का जीवन आदर्श रूप है और इस युग में भी उनके जीवन मूल्य अपनाए जाने की जरूरत है.
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