Apr 9, 2024, 04:22 PM IST

कौन था वो नेता जिसने एक ही दिन में 3 बार बदली पार्टी

Rahish Khan

इस बार लोकसभा का चुनाव दिलचस्प हो गया है. चुनाव से पहले ही कई दिग्गज नेताओं ने अपना सियासी ठिकाना बदल लिया.

इनमें सबसे ज्यादा संख्या कांग्रेस नेताओं की रही. ADR के मुताबिक, सत्ताधारी BJP ने इस बार 28 प्रतिशत टिकट दलबदलु नेताओं को दिया.

रिपोर्ट के मुताबिक, 2014 से 2024 तक लगभग 1200 नेताओं ने पाला बदला. इनमें से 426 संसद स्तर के नेता बीजेपी का दामन थामा.

भारत में दलबदल का इतिहास 60 साल से ज्यादा पुराना है. 1967 में हरियाणा के एक विधायक ने एक ही दिन में तीन बार पार्टी बदली थी.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं हरियाणा में 2 बार विधायक रह चुके गया लाल की, जो साल 1967 में हसनपुर सीट से निर्दलीय विधायक चुने गए थे.

पंजाब से जब हरियाणा अलग राज्य बना तो साल 1967 में हरियाणा में पहला विधानसभा चुनाव हुआ. कुल 81 सीटों में से 48 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की.

पार्टी ने भगवत दयाल को मुख्यमंत्री बनाया. लेकिन कांग्रेस के 12 विधायकों को यह फैसला पंसद नहीं आया और उन्होंने एक अलग गुट बना लिया.

विपक्षी पार्टियों ने भी इसका फायदा उठाते हुए संयुक्त मोर्चे का गठन कर दिया. इसमें 16 निर्दलीय विधायकों को भी शामिल कर लिया.

भगवत दयाल की सरकार गिर गई. इसके बाद विपक्षी संयुक्त मोर्चा ने सरकार बना ली और राव बीरेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री चुन लिया गया.

तभी कांग्रेस ने भी निर्दलीय विधायकों से संपर्क साधना शुरू कर दिया. हसनपुर से निर्दलीय विधायक गया लाल से संपर्क किया गया.

उन्होंने दोपहर करीब 2 बजे चंडीगढ़ के कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली. इसकी भनक जैसे ही संयुक्त मोर्चा को लगी थो उन्होंने गया लाल से संपर्क किया.

CM राव बीरेंद्र सिंह गया को मनाने में जुट गए. देर रात गया लाल ने फिर पलटी मारी और संयुक्त मोर्चा में लौट आए.

इसके बाद तत्कालीन केंद्रीय मंत्री वाईपी चौहान ने संसद में कहा था कि देश में अब आया राम और गया राम के खेल को रोकने की जरूरत है.