Jan 26, 2024, 07:48 PM IST

इस मुस्लिम महिला को मोदी सरकार ने दिया देश का तीसरा सर्वोच्च सम्मान

Rahish Khan

मोदी सरकार ने 2024 के लिए पद्म पुरस्कारों के लिए चयनित हस्तियों के नाम का ऐलान कर दिया है.

इस साल 132 लोगों को सम्‍मानित किया जाएगा. इनमें 17 लोगों में पद्म भूषण पुरस्‍कार दिया जाएगा.

इन 17 लोगों में सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज एम फातिमा बीवी का नाम भी शामिल है.

फातिमा बीवी सर्वोच्च न्यायालय की पहली महिला जज ही नहीं थीं, बल्कि बार काउंसिल में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली महिला भी थीं.

उनका जन्म 30 अप्रैल 1927 को केरल के पथनमथिट्टा में अन्‍नावीतिल मीरा साहिब और खडेजा बीबी के घर हुआ था.

फातिमा ने 1950 में कानून की डिग्री हासिल करने के बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया की परीक्षा टॉप की थी.

फातिमा को कामयाब वकील और जज बनाने के पीछे उनके पिता अन्नावीतिल मीरन साहिब का बड़ा योगदान था.

पिता की चाहत थी कि फातिमा वकील बने. इसी सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने कानून की पढ़ाई की और डिग्री हासिल की.

फातिमा बीवी 1983 में केरल हाईकोर्ट की जज बनीं. उस दौरान हत्या, दगां सहित कई मामलों में उन्होंने अहम फैसला सुनाया था.

वह 6 अक्टूबर 1986 को केरल हाईकोर्ट से सेवानिवृत्त हो गईं. इसके 6 महीने बाद वह सुप्रीम कोर्ट की जज नियुक्त होने वाली पहली महिला बन गईं.