Dec 13, 2023, 03:44 PM IST

कितना खतरनाक होता है स्मोक बम, जिसे लेकर संसद में घुसे 2 लोग 

Rahish Khan

संसद में शीतकालीन सत्र के दौरान 13 दिसंबर को सुरक्षा में चूक का बड़ा मामला सामने आया. 

लोकसभा में 2 लोग अचानक विजिटिर गैलरी में कूद गए. यह घटना उस वक्त हुई जब सदन में सेशन चल रहा था.

आरोपियों ने लोकसभा की विजिटर गैलरी में घुसते ही जूते से स्मोक बम निकालकर जला दिया. जिससे पूरे लोकसभा में धुआं-धुआं हो गया.

अब सवाल है कि क्या इस स्मोक बम से सांसदों को नुकसान हो सकता था, यह कितना खतरनाक है?

दरअसल यह एक पटाखा जैसा है. इसे जलाने से सिर्फ धुआं निकलता है. 

अक्सर इस तरह के स्मोक बम को लोग दिवाली या किसी पार्टी-इवेंट में सेलिब्रेशन्स के लिए इस्तेमाल करते हैं. यह कोई नुकसान नहीं पहुंचाता.

स्मोक बम में कई तरह के कलर होते हैं जैसे  की लाल, हरा, पीला, नीला आदि. इसके चलाते ही कलरफुल धुआं निकलने लगता है.

स्मोक बम को बनाने के लिए पोटेशियम क्लोरेट ऑक्सिडाइजर, लैक्टोज या डेक्सट्रिन, कलर और शीतलक के रुप में लगभग 2 प्रतिशत सोडियम बाइकार्बोनेट इस्तेमाल किया जाता है.

कलर स्मोक बम को एक सुरक्षित तरीके से बनाया जाता है, ताकि इसके चलने पर किसी को नुकसान न हो.