भारत दुनिया का चौथा देश है जहां सबसे ज्यादा भाषाएं बोली जाती हैं.
भारत में 300 से ज्यादा भाषाएं बोली जाती हैं. लेकिन आधिकारिक तौर पर 22 भाषाओं को मान्यता दी गई है.
भारतीय संविधान की आठवीं सूची के अनुच्छेद 343 से 351 तक आधिकारिक भाषाओं को सूचिबद्ध किया गया है.
भारत में भले ही 22 भाषाओं को मान्यता हो लेकिन सबसे ज्यादा 10 भाषाएं ही बोली जाती हैं. आइये जानते हैं ये भाषाएं कौन-कौनसी हैं.
पहले नंबर हिंदी भाषा है. 2011 के जनगणना के अनुसार देश में 52.83 करोड़ लोग हिंदी भाषा बोलते हैं.
दूसरे नंबर बांग्ला भाषा सबसे ज्यादा बोली जाती है. 9.72 करोड़ नागरिक यानी कुल आबादी के 8.03 प्रतिशत लोग बंगाली भाषा बोलते हैं.
इसके बाद 8.30 करोड़ लोग मराठी भाषा बोलते हैं. मराठी एक इंडो-आर्यना भाषा है जो गोवा और महाराष्ट्र सहित पश्चिम राज्यों में बोली जाती है.
8.11 करोड़ लोग तेलुगू भाषा बोलते हैं. यह भाषा मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना समेत कई राज्यों में बोली जाती है.
पांचवें नबर पर तमिल भाषा है. तमिल की जड़ें द्रविड़ भाषा से जुड़ी हुई है. यह सिंगापुर और श्रीलंका दोनों की आधिकारिक भाषा है, जिसे देश में 6.90 करोड़ लोग बोलते हैं.
इसके बाद 5.54 करोड़ लोग गुजराती, 5.07 करोड़ लोग उर्दू, 4.37 करोड़ लोग कन्नड़, 3.75 करोड़ लोग उड़िया और 3.48 करोड़ लोग मलयालम बोलते हैं.