Jan 17, 2024, 05:19 PM IST

कौन होते हैं निहंग सिख, जो बेअदबी पर उठा लेते हैं तलवार

Rahish Khan

पंजाब के कपूरथला में एक निहंग सिख ने बेअदबी की वजह से कथित तौर पर एक शख्स की हत्या कर दी.

आरोपी का कहना है कि शख्स बेअदबी की मंशा से गुरुद्वारे के अंदर घुसा था. जिसकी वजह से उसे मारना पड़ा.

 हालांकि, ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी बेअदबी की वजह से कई हत्याएं हो चुकी हैं.

अब सवाल ये उठता है कि बेअदबी होती क्या है? निहंग सिख कौन होते हैं? आइये जानते हैं.

निहंग सिख एक खास तरह के नीले वस्त्र धारण करते हैं. वे एक बड़ी सी पगड़ी बांधते हैं. जिसमें अर्धचंद्राकार, दोधारी तलवार की बैज होती है. 

निहंग सिख हमेशा अपने साथ एक तलवार रखते हैं. हाथों में लोहे का कंगन पहनते हैं, इनके कमर पर एक लोहे का खंजर होता है. 

इसके अलावा पैरों में एक चमड़े के जूते और एक ढाल लेकर चलते हैं. निहंग सिख, सिखों की एक धर्मरक्षक सेना है. इनका 320 वर्ष पुराना शानदार इतिहास रहा है.

वर्ष 1699 में सिख पंथ के अंतिम गुरु गुरु गोविंद सिंह ने खालसा की स्थापना की गई थी. खालसा पंथ के पास 2 तरह के सैनिक थे.

एक जो साधारण कपड़े पहनते थे जिन्हें सिख कहा गया. दूसरे जो नीले रंग के कपड़े पहनते और बड़ी-सी पगड़ी लगाते, उन्हें निहंग सिख कहा जाता है.

बेअदबी का शाब्दिक अर्थ अपमान होता है. जहां तक सिख धर्म की बात की करें तो तीन बातों को लेकर बेअदबी मानते हैं.

क्या होती है बेअदबी?

पहली गुरु ग्रंथ साहिब या सिखों के पवित्र प्रतीकों का अपमान किया गया तो वो बेअदबी माना जाएगा.

गुरु ग्रंथ साहिब के रखने के स्थान को नुकसान पहुंचाना भी बेअदबी है. 

इसके अलावा सिख गुरुओं के बताए रास्ते को या इतिहास को बदलने की कोशिश करने को भी बेअदमी माना जाएगा.