Dec 20, 2023, 09:34 PM IST

ट्रेनों में वेटिंग टिकट क्यों देता है रेलवे, जानिए इसका कारण

Rahish Khan

Indian Railways दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेल सेवा है. देश में हर दिन लगभग 2 करोड़ 31 लाख लोग ट्रेनों में सफर करते हैं.

इनमें ज्यादा ट्रेनें खचाखच भरी रहती हैं. त्योहारों के समय ट्रेनों की हालत ऐसी होती है कि जनरल डिब्बों में पैर रखने की जगह नहीं होती.

इसकी सबसे बड़ी वजह वेटिंग टिकट है. स्लीपर, एसी क्लास और जनरल कोच समेत हर जगह वेटिंग लिस्ट वाले यात्री घुसकर सफर करते हैं.

अब सवाल ये उठता है कि रेलवे यात्रियों को वेटिंग टिकट देता क्यों है?

दरअसल, रेलवे वेटिंग टिकट इसलिए देता है, क्‍योंकि टिकट बुक कराने के बाद बहुत लोग अपनी यात्रा कैंसिल कर देते हैं.

इसलिए रेलवे वेटिंग टिकट देता है, जिससे बर्थ यानी कैंसिल की गई सीट खाली न जाएं और राजस्‍व का नुकसान न हो. 

आमतौर पर चार्ट बनने तक 20 से 25 फीसदी टिकट कैंसिल होते है. कैंसिल टिकट के स्‍थान पर वेटिंग टिकट कंफर्म होता है.

एक ट्रेन में औसतन 1000 लोग सफर करते हैं. इनमें से वेटिंग कंफर्म और न कंफर्म होने वाले करीब 200 यात्री स्‍लीपर और एसी क्‍लास में घुसकर सफर करते हैं. 

इनमें विंडो टिकट के अलावा कई ऑनलाइन टिकट लेने वाले ऐसे यात्री भी होते हैं, जो किसी भी अपने गंतव्‍य तक पहुंचना चाहते हैं.