Jul 30, 2024, 09:31 PM IST

भारतीय नहीं विदेशी थीं ये मुगल रानियां

Smita Mugdha

भारत में मुगलों ने 300 से ज्यादा साल तक शासन किया और इस दौरान कई मुगल बादशाहों ने हिंदू राजकुमारियों से विवाह किया था. 

अकबर ने राजपूतों और दूसरी हिंदू महिलाओं के साथ वैवाहिक संबंधों की शुरुआत की थी, जिसे आगे दूसरे बादशाहों ने भी जारी रखा था.

भारत में शासन करते हुए मुगल बादशाहों ने यहां के सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन के साथ तालमेल बनाने की कोशिश की थी. 

क्या आप जानते हैं कि मुगल सल्तनत की कई ताकतवर रानियां ऐसी थीं जो भारतीय नहीं थी बल्कि दूसरे देश से आई थीं. 

गुलबदन बानो बेगम हुमायूं की पत्नी और अकबर की मां थीं जो अफगानिस्तान की रहने वाली थीं. खूबसूरत होने के साथ वह विदुषी भी थीं. 

मुगल इतिहास की सबसे लोकप्रिय और पावरफुल रानियों मे सलीमा बेगम भी थीं. सलीमा भी मूल रूप से तैमूर वंश की थीं. 

मुगल सल्तनत की सबसे चर्चित और ताकतवर रानी नूरजहां मूल रूप से ईरान की थीं. बादशाह जहांगीर से शादी के बाद वह हिंदुस्तान की मल्लिका बनी थीं. 

इन चर्चित रानियों के अलावा मुगल दरबार में कई विदेशी स्त्रियां भी रहती थीं जो कई बार बादशाह को उपहार के तौर पर मिलती थीं.

मुगल बादशाह अफ्रीका समेत दूसरे देशों से कुछ विदेशी महिलाएं मंगाते थे जिन्हें महल की सुरक्षा की जिम्मेदारी मिलती थी.